
स्वच्छता अभियान नाम मात्र - श्यामनगर के प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला में कुल 61 बच्चे अध्यनरत हैं पीने के पानी के सात-सात शौचालय का कोई व्यवस्था नहीं हैं और ना ही साफ़ साफाई का कोई ध्यान हैं लगभग 10 वर्षो से यह शौचालय कंडम स्तिथि में पड़े हैं कई सरपंच आये और गए अपने कार्य को आधा-अधुरा ही छोड़ कर चले गए जिसका खामियाजा स्कूली बच्चो सहित शिक्षको को उठानी पड़ रही हैं सबसे चौकनी वाली बात यह हैं पिव्ही 14 श्यामनगर के स्कूल कैंम्पस में प्राथमिक ,माध्यमिक,एवं एक आंगनबाड़ी भी संचालिक हैं 2 स्कुल 1 आंगनबाड़ी संचालित होने के बाद भी यह के स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने अब तक कोई ध्यान नहीं दिया और यह पीने के पानी तो दूर शौच के पानी का कोई व्यवस्था नहीं हैं इसी से अंदाजा लगाया जा सकता हैं की शासन-प्रशासन इन मासूम बच्चो के भविष्य के प्रति कितना सजग हैं !
इस संम्बंध में प्रधान पाठक दिलीप डे ने बतलाया कई बार नल के लिए P.H.E. एवं सरपंच को बोला गया मगर अभी तक पानी का कोई व्यवस्था नहीं हुआ
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