*पखांजुर से नीतीश मल्लिक की रिपोर्ट* - पिछले हप्ते हुए अभिषेक विस्वास पोस्ट मा
स्टर मिस्फार्म पे बड़ी कारवाही से सभी को हिला कर रख दिया । हालांकि इस भ्रष्टचारिता में कई और चेहरे सामने हो सकते थे मगर उच्च अधिकारी अपने कर्मचारी को बचाने की कोशिश निरंतर करते दिखाई दे रहा हैं। ज्ञात हो कि पिव्ही 62 मछपल्ली के इंद्राआवास की राशि गवन के मामले में पोस्ट मास्टर अविषेक विस्वास को सस्पेंड कर दिया हैं हालांकि इस गवन में पखांजुर मास्टर ऑफिस के कर्मचारी की मिलीभगत स्पष्ठ दर्शाता हैं । मछपल्ली के हितग्राही ने अपना पासबुक पोस्ट ऑफिस पिव्ही 15 कमेटी सेंटर में खुलवाए थे नियम के मुताबिक आवास की सम्पूर्ण राशि का आहरण पिव्ही 15 कमेटी सेंटर से होना था मगर उन रुपया का आहरण पिव्ही 32 मिस्फार्म के पोस्ट ऑफिस से व पोस्ट मास्टर द्वारा किया गया
जो सोचने का विषय हैं । पखांजुर मास्टर ऑफिस में मौजूद उप डाक पाल ने मास्टर कम्प्यूटर से हेर-फेर कर कमीशन के लालच में हितग्राही के सम्पूर्ण राशि को पिव्ही 15 कमेटी सेंटर में ना डलवाकर पिव्ही 32 मिक्सफ़र्म पोस्ट ऑफिस में डलवाया या पोस्ट मास्टर अविषेक विस्वास स्वयं आकर मास्टर कम्प्यूटर से हेर-फेर किया अगर किया भी हैं तो उप डाकपाल की सहमति बिना मास्टर कम्प्यूटर से कैसे फेर बदल कर सकता हैं । दरअशल मामला यह मोटी कमीशन का है जहा पखांजुर उपडाकपाल की भूमिका स्पष्ठ दिखाई दे रहा हैं और उच्य अधिकारी ऐसे भ्रष्ठ कर्मचारियो को बचाने की कोशिश निरंतर कर रही हैं । पखांजुर मुख्यालय मास्टर ऑफिस के कुल11 शाखाये मौजुद है कोई भी डाक मानी,ऑर्डर,पार्सल मनरेंगा भुकतान इत्यादि मास्टर ऑफिस से डिवाईड की जाती है जिसकी निगरानी व जिम्मेदारी उप डाकपाल की होती हैं मगर यह मोटी कमीशन के काले चश्मे पहने उप डाकपाल ने कई पोस्ट मास्टरों से साठगांठ कर मोटी रकम हेड़ रहा हैं । मास्टर ऑफिस में सभी को खुली छूट दे रखी हैं । जब चाहे कोई भी आकर मास्टर कम्प्यूटर से फ़ेर बदल कर सकता हैं । अगर पोस्ट विभाग के उच्च अधिकारी कड़ी जांच करे तो पखांजुर उपडकपाल की भूमिका कई अन्य मामले में संलिप्त होने की घटना सामने हो सकते हैं।
इस संम्बंध में दीपचंद पूरी उप संभागीय निरीक्षक संभलपुर ने बतलाया इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं पर जांच धीरे-धीरे की जाएगी पिव्ही 15 की बजाय पिव्ही 32 से आहरण होना सोचने का विषय हैं अगर इस पर किसी और कि भूमिका होगी तो अनुशासत्मक कारवाही की जाएगी ।

जो सोचने का विषय हैं । पखांजुर मास्टर ऑफिस में मौजूद उप डाक पाल ने मास्टर कम्प्यूटर से हेर-फेर कर कमीशन के लालच में हितग्राही के सम्पूर्ण राशि को पिव्ही 15 कमेटी सेंटर में ना डलवाकर पिव्ही 32 मिक्सफ़र्म पोस्ट ऑफिस में डलवाया या पोस्ट मास्टर अविषेक विस्वास स्वयं आकर मास्टर कम्प्यूटर से हेर-फेर किया अगर किया भी हैं तो उप डाकपाल की सहमति बिना मास्टर कम्प्यूटर से कैसे फेर बदल कर सकता हैं । दरअशल मामला यह मोटी कमीशन का है जहा पखांजुर उपडाकपाल की भूमिका स्पष्ठ दिखाई दे रहा हैं और उच्य अधिकारी ऐसे भ्रष्ठ कर्मचारियो को बचाने की कोशिश निरंतर कर रही हैं । पखांजुर मुख्यालय मास्टर ऑफिस के कुल11 शाखाये मौजुद है कोई भी डाक मानी,ऑर्डर,पार्सल मनरेंगा भुकतान इत्यादि मास्टर ऑफिस से डिवाईड की जाती है जिसकी निगरानी व जिम्मेदारी उप डाकपाल की होती हैं मगर यह मोटी कमीशन के काले चश्मे पहने उप डाकपाल ने कई पोस्ट मास्टरों से साठगांठ कर मोटी रकम हेड़ रहा हैं । मास्टर ऑफिस में सभी को खुली छूट दे रखी हैं । जब चाहे कोई भी आकर मास्टर कम्प्यूटर से फ़ेर बदल कर सकता हैं । अगर पोस्ट विभाग के उच्च अधिकारी कड़ी जांच करे तो पखांजुर उपडकपाल की भूमिका कई अन्य मामले में संलिप्त होने की घटना सामने हो सकते हैं।
इस संम्बंध में दीपचंद पूरी उप संभागीय निरीक्षक संभलपुर ने बतलाया इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं पर जांच धीरे-धीरे की जाएगी पिव्ही 15 की बजाय पिव्ही 32 से आहरण होना सोचने का विषय हैं अगर इस पर किसी और कि भूमिका होगी तो अनुशासत्मक कारवाही की जाएगी ।
thanks
ReplyDelete